विष्णुपुराण में वर्णिर्तत अतिथि सत्कार की भावना की वर्तर्मान समय में प्रासंगिक
Author(s): डॉ. रेखा सिहं (देवी)
Abstract: पुराण भारतीय संस्कृति के गौरव ग्रन्थ हैं जिसमें विविध विषयों में उच्च कोटि का ज्ञान प्राप्त होता है। विष्णु पुराण में ‘‘अतिथि सत्कार’’ विषयक अत्यन्त प्रेरणास्पद वर्णन प्राप्त होता है। अतिथि सेवा का आध्यात्मिक महत्व है क्योंकि अतिथि सेवा से व्यक्ति के पाप नष्ट हो जाते हैं और वह कल्याण की ओर अग्रसर होता है। सम्प्रति मनुष्यों में वैयक्तिता की भावना घर कर गयी है। अतः ‘विष्णुपुराण’ सम्बन्धी अतिथि सत्कार की भावना को आत्मसात करने की महती आवश्यकता है। इस शोधपत्र मे विष्णुपुराण मे वर्णित अतिथि सत्कार की प्रासंगिकता पर विचार किया गया।
डॉ. रेखा सिहं (देवी). विष्णुपुराण में वर्णिर्तत अतिथि सत्कार की भावना की वर्तर्मान समय में प्रासंगिक. Prācyā. 2018; 10(1): 133-138. DOI: 10.22271/pracya.2018.v10.i1.25